UPSCप्राम्भिक परीक्षा के अंतिम 100 दिनों में कैसे तैयारी करें ?

 जब परीक्षा में लगभग 3 माह बचे हो तो आपको एक स्पेशल टाइम टेबल बनाना होगा। हमें यह ध्यान यह रखना होगा, प्रारंभिक परीक्षा से 1 महीने पहले तक तक सिलेबस पूरा कर लिया जाए और  अंतिम 30 दिन सिर्फ रिवीजन करना होगा इस हेतु निम्न प्रक्रिया अपनाये-

1. 70 दिनों में सिलेबस पूरा करें 

2. अंतिम 20 दिनों में मात्र रिविजन करें 

 अन्तिम 3 दिन पूरी तरह से फ्री रहें। माइंड को रिलैक्स करें। ताकि परीक्षा बिना किसी दबाव के दिया जाए। रणनीति स्वरुप 70 दिन में अब नया पढ़ने का प्रयास कम ही करें।अब सिलेबस 3 भाग में बांटकर 70 दिन में डिवाइड कर ले। जैसे-

  •  भाग 1 – प्रमुख विषय- इतिहास ,भूगोल, अर्थशास्त्र , राजनीति शास्त्र , विज्ञान।
  •  भाग 2 – महत्वपूर्ण विषय- एक्ट, कंप्यूटर, भारत का सामान्यज्ञान आदि।
  •  भाग 3 – महत्वपूर्ण विषय – सम सामयिकी अपने हिसाब से इन भागों में 70 दिन बांट लें और हिसाब से ही तैयारी आगे बढ़ाएं।
  • 20 दिन पुराने पेपर हल करें साथ ही स्वमूल्यांकन करें कि किस जगह कमी अधिक दिखाई पड़ रही है । और जितना जल्दी हो उन कमियों पर विजय पाएं। इन 20 दिनों में सम सामयिक की पर अधिक ध्यान दें किसी प्रश्न जिसके प्रश्न आजकल अधिक पूछे जा रहे हैं।

UPSC PRE EXAM ANALYSIS :-

SUBJECT 2011 2012 2013 2014 2015
HISTORY   11 19 16 20 17
GEOGRAPHY  11 17 18 14 16
POLITY 12 20 16 14 13
SCIENCE 19 17 19 10 13
ECONOMY 19 17 19 10 13
ENVIRONMENT 15 17 17 18 11
CA & GK 13 1 8 32
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।

यह पंक्ति मेरे संघर्ष व परिश्रम की परिचालक है। मित्रों आपसे यह अनुरोध है कि सिविल सेवा की तैयारी करते समय लगन और मेहनत के अलावा धैर्य बनाए रखें। कोशिश करते रहें सफलता आपके कदम चूमेगी और अपने आत्मविश्वास को कभी नीचे नही गिरने दे क्योंकि आपका आत्मविश्वास आपको आपके मन चाहे मुकाम पर ले कर जाएगा और वह चार लोग जो आज आपकी बुराइयों के किस्से गढ़ा करते हैं, कल आपकी  तारीफो के कसीदे पढ़ के भी नहीं  थाकेगे। मजरूह सुल्तानपुरी की पंक्ति याद आती है-

मैं तो अकेला ही चला था जानिब-ए- मंजिल
मगर लोग साथ आते गए और कारवां बनता गया।

साथ ही, मैं प्रारंभिक चरण में आने वाली परेशानियों के विषय में एवं उसके समाधान के विषय में भी बताना चाहता हूं।

समस्या- Facts याद करने में कठिनाई होना , सिलेबस का बड़ा होना।

समाधान-Facts याद करने के लिए आप उसकी short Trick बना लें और रोजाना शीशे के सामने या किसी मित्र के साथ Discuss करें । याद करने में आसानी होगी साथ ही करंट अफेयर्स की अच्छी पुस्तक पढ़ें और सिलेबस का पूरा करने का प्रयास करने के लिए सभी तथ्यों को एक साथ लिख ले फिर उसके किसी विशिष्ट क्रम में जमाने की कोशिश करें उदाहरण के रूप में ।

नर्मदा नदी पर बनने वाले बांध
  1. मंडलेश्वर (M)
  2. ओंकारेश्वर (O)
  3. सरदार सरोवर (S)
  4. इंदिरा सागर (I)

इसको समग्र रूप से “ ट्रिक ” से याद किया जा सकता है। साथ ही आप नीच बताईं गयीं विधियां भी अपना सकते हैं इन पर में कभी ओर विस्तार से पोस्ट लिखूंगा।

  • Mind mapping technique
  • Acronyms
  • Acrostic
  • Method of Loci
  • Image-Name Associations
  • Visualization
  • Repetition – Listening ,Doing ,Reading
  • Story Lining
  • Single Line

 साथ ही साथ तथ्यों का अध्ययन करें और उन्हें याद करने हेतु किसी मित्र के साथ चर्चा करें- याद रखें- एक से अधिक सहपाठी प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी के दौरान में बनाएं।हाँ, साक्षात्कार के समय अधिक से अधिक लोगों के ग्रुप में पढ़ना उचित होगा क्योंकि तब विचार विचारों में विविधता लानी होती है परंतु प्रारंभिक परीक्षा में विचारों में विविधता की बजाय तथ्यों को याद रखना वह विषय का पूर्ण ज्ञान प्राप्त करना आवश्यक होता है, एक साथी के साथ यह कार्य आसानी से पूर्ण किया जा सकता है।

 समय प्रबंधन Time management :-

प्रारंभिक परीक्षा में समय प्रबंधन विषय को पूर्णता से समझने हेतु किया जाता है । इस हेतु दैनिक क्रियाओं का समागम कर प्रत्येक सप्ताह के अनुसार, टाइम टेबल बनाएं । इसके अनुपालन में उदाहरण के लिए इस तरह कार्य करें-
  1. प्रथम 10 दिन में इतिहास (प्राचीन काल) पढ़े।
  2. द्वितीय दस दिन  में भूगोल व विश्व भूगोल पढ़े।
  3. तृतीय दस दिनों में राज व्यवस्था पढ़े।
  4. चौथा सप्ताह  में पिछले 3 सप्ताह का रिवीजन करें ।
इस गति से आप भूगोल, इतिहास, राज व्यवस्था, अर्थशास्त्र ,अधिनियम, विविध सहित समस्त विषयों को गहनता से पढ़ लेगे तथा उनका रिवीजन भी कर लेंगे।

प्रश्न पत्रों का अध्ययन :-

 पिछले लगभग 8 से 10 वर्षों में प्रश्न- पत्रों का संकलन कर लें तथा उनका नियमित अध्ययन करें।इससे आप आयोग द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों की प्रकृति को समझ जाएंगे और उस आधार पर अपनी पढ़ाई आगे बढ़ाएं। उदाहरण के लिए वर्ष 2010, 2012, 2013, 2016 में बुद्ध से संबंधित इतिहास का एक प्रश्न आया है, इससे यह अनुमान लगेगा कि प्रारंभिक परीक्षा में बुद्ध का टॉपिक महत्वपूर्ण है ।

पुराने प्रश्न – पत्रों को नियमित 2 घंटे का समय तय करके पहले स्वयं हल करने का प्रयास करें तथा प्राप्तांको में स्वयं  का मूल्यांकन भी करें। इससे आपको आपकी तैयारी का सही स्तर भी पता लगता रहेगा उक्त अभ्यास हेतु मॉक टेस्ट का सहारा भी अवश्य ले जो इंटरनेट व विभिन्न पत्रपत्रिकाओं में नियमित रूप से आते हैं।

सम सामयिकी का अध्ययन :-

इस हेतु प्रतियोगिता दर्पण ,क्रोनिकल एवं प्रतियोगिता संदर्भ , दृष्टि कोचिंग के नोट्स सर्वश्रेष्ठ है। साथ ही दैनिक समाचार पत्र, इंटरनेट, रेडियो आदि का सहारा लें । कुछ विकल्प हो सकते हैं-

 समाचार पत्र –  दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, the Hindu ( हिंदी माध्यम व कमजोर छात्र के daily Vocabulary की पोस्ट की मदद ले सकते हैं )

पत्रिका – प्रतियोगिता घटना चक्र, प्रतियोगिता संदर्भ, कुरुक्षेत्र, योजना

 इंटरनेट व ऐप्प – जागरण जोश, unacademy, Question Bank, AIR , Upsc Ias Guru

रेडियो ज्ञानवाणी, विविध भारती।

साथ ही  टी.वी. पर दूरदर्शन के समाचार देखे। उपरोक्त माध्यम से जानकारी एकत्रित करते रहें और एक नोटबुक में लिखते रहे इसका नियमित अध्ययन करे।

विभिन्न विषयों से संभव संभावित प्रश्न: 

पिछले 5-6 सालों के प्रश्न- पत्रों के आधार पर संभावित प्रश्नों की संख्या की विभिन्न विषयों से आने की संभावना ज्यादा होती है (UPSC PRE EXAM ANALYSIS)अभ्यर्थी समझे विषय का अध्ययन करें जितना हो सके ऑब्जेक्टिव प्रश्न हल करें। स्वमूल्यांकन कर इसमें सुधार करते रहे, साथ ही समय से विषय को कंप्लीट कर उसका लगाता विवेचन करें।

उम्मीद हैं आप सभी को यह आर्टिकल आपको आपकी मंजिल को पाने में मदद करेगा।
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